ये प्रेम कहानी है रेखा और सजल की।जो अमीरी गरीबी की सीमा को पाट कर एक नया आयाम स्थापित करती है रेखा ने बारवीं का एग्जाम दिया और अपने स्कूल में टॉप किया।वो हर बात में परफेक्ट थी ।बोलने में गाने में डांसिग में हर बात में।औऱ वो एक पैसे वाले बाप की लड़की भी थी ।उसके पिताजी देश के टॉप टेन बिजनिस मैंन में से एक थे। जब उसने 12 वी की परीक्षा पास कर ली तो उसने कॉलेज में एडमिसन ले लिया।और रेखा पहले दिन जब कॉलेज में पहुँची तो सारे लड़के सिर्फ उसी को ही घूर रहे थे।वे घूरते भी क्यो न वो दिख ही इतनी कमाल रही थी।उसकी सुंदरता अकल्पनीय थी क्योंकि।
उसकी आँखे इतनी खूबसूरत लग रही थी
मानो कोई कस्तूरी मृगी की आँखे आपने ही
अंदर के
से मा दक हो उठी हो तथा।
उसका चेहरा पूनम के पूर्ण चाँद की तरह पूरे कॉलेज में ऐसा दिख रहा था
जैसे चाँद आकाश अलग ही दिखाई देता है।
उसका बदन संगमरमर के ताज के समान था जो उसे मुमताज जैसी खूबसूरती प्रदान कर रहा था।उसका शरीर बिल्कुल ऐसा लग रहा था जैसे किसी चित्रकार की वो सिर्फ कल्पना हो ।ईश्वर की कृति न हो ।हूबहू अफ्सरा जैसी लग रही थी ।
या हम कह सकते है कि किसी अफ्सरा से भी सुंदर।जैसे कोई ख्याब आता है बिल्कुल वेसी ही।जो सिर्फ हसीन हो हमारे मन को प्रफुल्लित कर दे औऱ जब नींद खुल तो सिर्फ ख्याब हो काजीत नही।लेकिन जब उसे हकीकत में देखा तो सभी दंग थे।तभी वो सीढ़ियों के सहारे प्रिंसिपल की ऑफिस की तरफ जाती है।तो वहाँ सीढ़ियों पर सजल अपने दोस्तों के साथ खड़ा मिलता है।औऱ सजल भी सच मे बहुत खूबसूरत दिखता है।
वो एम ए 2nd ईयर का स्टूडेंट होता है।और पढ़ने में डांस में स्पोर्ट में ,म्यूजिक में सब परफेक्ट।जब वो पढ़ाई पर लेक्चर देता तो अब्दुल कलाम की तरह लगता ।औऱ जब डांस करता तो प्रभू देवा की तरह अलग छाप छोड़ता ।और क्रिकेट में तेंदुलकर की तरह खेलता ।और जब वो गाता तो सबको किशोर साहब की याद दिला देता ।सारे कॉलेज में वो स्टार था।हर कोई उसका दीवाना था।हर लड़की उस जैसा पति चाहती थी।और उसके साथ लड़को का एक झुंड रहता ।लेकिन वो एक गरीब बाप का लड़का था।जैसे ही रेेखा सीढ़ियों पर चढ़ने लगी तो तभी सजल केे साथ के लड़कों ने रेेेखा का मज़ाक तो सजल नेे तुरंत सब को रोका ।वो चुप हो गये औऱ रेेखा प्रिंसिपल की ऑफिस में चली गई।उसने कुछ फॉर्मलती पूरी की।और क्लास अटेंड की।धीरे धीरे सब चलने लगा और रेेखा और सजल की मुलाकात हुई लाइब्रेरी में ।सजल ने रेखा से हाय बोला और रेखा ने भी हाय बोल दिया।तभी रेखा ने बोला मुझे समझ नही आ रहा है।
तुम मेरे लिये सेलेब्स की बुक कलेक्ट कर दो।और सजल ने भी हाँ बोल दिया।और तुरंत उसने बुक कलेक्ट कर रेखा को दे दी।रेखा ने भी थैक्स बोला और वो बाहर चली गई लेकिन इससे दोनों की दोस्ती हो गई।और ये दोनों फ़्रेंदसिंप नाम की शिप पर सवार होकर आगे चल दिये।औऱ दोनों खूब मस्ती करने लगे।रेखा बाइक चलाना सीखना चाहती थी तो सजल ने उसे अपनी बाइक से बाइक चलाना सिखाया।जब वो सीख गई तो एक दिन वो दोनों बाजार से निकले ।तभी रेखा ने कहा कि वो बाइक चलायेगी ।और वो चलने लगी ।और मोड़ पर उनका वेलेस डिस हो गया ।और वो गिर गये।रेखा सजल को देखकर औऱ सजल रेखा को देखकर जोर जोर से हँसने लगे।और दोनों ने सिंगिग कॉम्पिटिशन में हिस्सा लिया और दोनों ने अपने अपने सुरों को आजमाया ।लेकिन बेस्ट सिंगिग का खिताब पहली बार किसी ने जीता था।लेकिन सजल अपनी हार से खुश था।अब वो दोनों अलग अलग कई जगह हिस्से लेने लगे।वो साथ साथ भी गाने लगे।
और दोनों ली फ़्रेंदसिंप लवशिप में बदल गई।अब तो सजल हर पल सिर्फ रेखा के ख़्यबो में मग्न रहने लगा। उसकी जुंबान पर सिर्फ एक नाम होता रेखा।और उसकी आँखों मे एक चेहरा होता सजल का।वो दोनों सारा सारा दिन कॉलेज में साथ बिताने लगे।और इस तरह दोनों एक दूसरे के इतने आदी हो गये कि रविवार की छुट्टी भी अब वो दोनों एक दूसरे के बिना नही गुजार पाते ।वो किसी न किसी बहाने से मिलने लगे।सजल रेखा के घर के बाहर आकर क्रिकेट खेलने लगता ।और रेखा को इस तरह देख कर दिन काटता।तभी कॉलेज में किसी हंगामे की वजह से 10 दिन की छुट्टी बुल गई।और वो दोनों किसी न किसी बहाने से मिलने लगे।उन्हें कई लोगो ने देखा और ये बात रेखा के पिताजी तक पहुँच गई।हालांकि उन्होंने विस्वाश नही किया।लेकिन दूसरे दिन जब रेखा के पिताजी ने बाहर देखा तो सजल खड़ा था।और वो इशारे में रेखा से बात कर रहा था।उन्होंने ये सब देखा तो उन्हें वहुत गुस्सा आया ।लेकिन वो चुप रहे।
उन्होंने सजल के बारे में पता लगाया तो उन्हें पता चल गया।कि सजल मध्यमवर्गीय परिवार से है और सजल के पिता शेखर sbi बैंक में चपरासी है।दूसरे दिन वो सजल से मिले और उन्होंने कहा कि तुम्हे कितने पैसे चाहिये बोलो।और रेखा को छोड़ दो।लेकिन सजल ने कहा कि अंकल मैंने रेखा से प्यार किया।कोई व्यापार नही।और रही बात उसे भुलाने की तो वो मेरे रोम रोम में समाई है।हर सांस पर सिर्फ उसका ही नाम लिखा।मैं उसे नही भुला सकता।जब अगले दिन सजल क्रिकेट के बहाने रेखा से मिलने गया।तो वहाँ कई लोग आ गये।असल मैं वो सब रेखा के पिताजी द्वारा भेजे गये गुंडे थे।उन्होंने सजल से कहा कि तू यहाँ आशिकी करने आता है।अभी तेरा भूत उतरता हूँ।औऱ उन्होंने सजल को खूब मारा।जब तक मारा तब तक सजल लहू लुहान होकर जमी पर बेहोस न हो गया।कुछ लोगो ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया।और उसके घर खबर पहुचाई।अभी सजल ठीक होकर घर भी नही आ पाया था।कि रेखा के पिताजी ने सजल के पिता शेखर को नोकरी से निकलवा दिया।और अब उनकी कमाई का एक जरिया वो नोकरी भी खत्म हो गई।लेकिन सजल मेहनती लड़का था।और उसने आखबार देकर औऱ एक गैरिज में नोकरी कर घर चलाने को पैसों का इंतजाम किया।और वो कॉलेज गया।तभी रेखा के पिताजी ने प्रिंसीपल को बहुत सारा पैसा देकर खरीद लिया और उसे कॉलेज से निकलवा दिया।उसके समर्थन में कुछ लड़कों ने हड़ताल भी की लेकिन सब बेकार रहा।और रेखा के पिताजी ने सजल को बुलाकर कहाँ कि उत्तर गया तेरी आशिकी का भूत।
तो सजल ने कहा कि रेखा मेरी आत्मा है और आत्मा सिर्फ तभी अलग हो सकती है जब जिस्म से सांसे निकल जाये।ये सुनकर रेखा के पिता समझ गये।इससे पीछा छुड़ाना इतना आशान नही है।तो उन्होंने कहा की सजल तुम कहाँ हो और रेखा कहाँ।तो सजल ने कहाँ की सिर्फ इतनी बात है ।तो रेखा के पिताजी ने कहाँ कि मेँ खुद तुम्हारी शादी रेखा से करा दूँगा ।लेकिन 2 साल में तुम्हे मेरे बराबर आना होगा।और रेखा से मिलना भी नही होगा।सजल ने ये बात तो मान ली लेकिन रेखा से दूर होने की वजह से सजल को नींद आना बंद हो गई और उसने चंद लाइन लिखी
गर यूँ ही उदास रहा गम का माहोल बना दूँगामारकर भी मोहबत की एक दास्ताँ सजा दूँगाभले मैं जिंदा रहूँ या तड़पकर के मर जाऊँजमाने को हर जगह उदासी तन्हाई बना दूँगा
इस तरह वो लिखने लगा और धीरे धीरे बहुत अच्छा लिखने लगा।वो जो भी लिखता उसे facebook टिवटर से पब्लिकली करने लगा।कुछ तथाकथित लेखक कवियों ने उसका विरोध भी किया लेकिन उसकी मोहबत की पवित्रता औऱ सच्चाई से लोग नतमस्तक हो गये और उसे कवि समेलनों औऱ मुशायरों में बुलाने लगे।जिससे अब उसने अपनी तरक्की के लिए एक नई राह बनाई पोएट्री की।और वो लिखने लगा।उसके गीत दर्द और मोहबत से ओतप्रोत होते।और उसका एक गीत एक फ़िल्म के लिये चुन लिया ।जिसमें उसने लिखा थावो चाँद कोई दीवाना,मेरा जैसा कोई फ़साना हैवो प्रेम मोहबत जैसा ही,मीठा सा एक तराना है
इस तरह उसके गाने फिल्मों में लिये जाने लगे।और उसके गाने अच्छे चलने लगे।और उसे कुछ फ़िल्म भी मिल गई।और अब उसकी कमाई भी बड़ गई।जिसे खाने के लाले थे आज वो गाड़ियों में घूमने लगा।हर ओर उसके ही चर्चे होने लगे।जब उसने गाना गाया कि मैं पल दो पल का शायर हूँपल दो पल मेरी कहानी है
तो ये गाना हिट हो गया।हालाकि किसी दूसरे का गाना था लेकिन इस गाने ने उसे एक सिंगर जरूर बना दिया।और वो गाने लिखने के साथ साथ वो उन्हे गाने भी लगा।अब उसकी कमाई को दो दो जरिये थे।उसने आईपीएल में पैसा लगाया और उसकी टीम जीत गई।उसके भाग्य ने साथ दिया और वो दिन प्रति दिन तरक़्क़ी करने लगा।औऱ सम्पति के मामले में टॉप पर आ गया।उधर रेखा के पिता ने रेखा की शादी किसी और से करने का फ़ैसला लिया और शादी वाले दिन सजल को भी न्यौता दिया।जब सजल को शादी का कार्ड मिला तो वो सहर गया।लेकिन उसने पवित्र मोहबत की थी।इसलिए वो चुप रहा।लेकिन रेखा का पति साहिल एक नंबर का शराबी और औरत बाज आदमी था।वो रेखा को परेशान करता।बिचारी रेखा सजल को बेबफा मानकर हर स्थिति से समझौता करने लगी।तभी एक दिन साहिल ने ज्यादा शराब पी ली।
और उसका एक्सीडेंट हो गया।और उसकी डेथ हो गई।इससे रेखा पर संकटो के बादल छा गये।औऱ रेखा को बाहर वाले व घर वालो की सुननी पड़ती।कोई उससे कहता कलमुँही दो दिन में ही अपने पति को खा गई।तो कोई कुछ और कहता।बेचारी रेखा ये सब चुपचाप सह रही थी।तभी रेखा की सास ससुर उसे ब्रिटेन अपने साथ ले गये।वहाँ जाकर उन्होंने अपना रंग दिखाना स्टार्ट कर दियाऔर
वो लोग रेखा को मारने पीटने लगे।उसे बहू से उन्होंने एक नोकरानी बना लिया।न रेखा को सही से बो लोग खाना देते और न ही उसे सोने देते।
यहाँ तक अकेले में उसका ससुर उसकी मजबूरी का फायदा भी उठाना चाहता लेकिन रेखा किसी तरह उस हव के दरिंदें से अपनी रक्षा करती।
तो वो उसे सबके सामने खूब मरता। तभी एक दिन रेखा स्टोर रूम में सो रही थी।तभी उसे अपने ऊपर किसी का हाथ फिरता हुआ समझ आया।तो वो जाग गई।
और अपने ऊपर हावी होते ससुर को देख डर गई लेकिन तभी उसे एक मौका मिल गया और उसने धक्का दिया जिससे वो गिर गया और रेखा फटे हुये कपड़ों में रूम के बाहर निकली और उसे वन्द करके बाहर भागने लगी।तभी सजल की कार भी उधर से गुजरी।औऱ सजल ने रेखा को पहिचान लिया।औऱ सजल ने रेखा को देखा तो उसने तुरंत गाड़ी रुकवायी और रेखा के पास गया।रेखा की ऐसी हालत देखकर सजल रो पड़ा।उसने तुरंत अपना कोर्ट उतारा और रेखा को पहिना दिया ।और गाड़ी में बिठाकर अपने घर ले गया।घर पहुँचकर सजल ने रेखा को पानी दिया।और उसने खाना का ऑर्डर दिया।खाना आया और तब रेखा ने खाना खाया।अब रेखा कुछ अच्छा महसूस कर रही थी तो उसने रेखा से बात की।तो रेखा कहने लगी सजल तुमने मेरा जीवन बरबाद कर दिया।तो सजल ने रेखा को सब सही सही बता दिया।तब रेखा को सब बात पता चली कि उसकी जिंदगी खराब करने वाला सजल नही है बल्कि उसके बाप का गुरूर है औऱ रेखा अपने बारे में सब कुछ बता दिया।उसने इन तीन सालों में क्या क्या झेला।रेखा की कहानी सुनकर सजल रोने लगा।और वो रेखा को लेकर पोलिस स्टेशन गया और रेखा ने अपने सास ससुर के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई।पोलिस वहाँ पहुँची और सारे सबूत लेकर सास ससुर को गिरफ्तार कर।औऱ आज सजल की तन्हाई रेखा को देखकर जबाब दे गई।और सजल ने कहा रेखा तुम मुझसे शादी कर लो।तो रेखा बोली तुमने शादी नही की है।लेकिन पापा ने तो तुम्हारी शादी का कार्ड भी मुझे दिखाया था।
तभी तो मैंने ये शादी की थी।सजल ने कहाँ मैं तुम्हारे पापा की शर्त पूरी करने में लगा रहा शादी कैसे करता।तभी रेखा ने कहा मुझे घर जाना है।तो सजल सब छोड़कर उसे इंडिया लेकर आया।रेखा सबसे पहले अपने पिताजी की घर गई।वहाँ जाकर उसने अपने पिता को बहुत बुरा भला कहा औऱ वो लौटकर सजल के घर आ गई।तभी सजल ने रेखा से कहा तुमने मेरी बात का जबाब नही दिया।तो रेखा ने पहले न की।लेकिन बाद में हाँ बोल दिया। और एक माह बाद सजल ने रेखा से शादी कर ली।और इस तरह वो दोनों तमाम मुश्किल सहकर भी एक हो गये।
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